Love Shayari
आज बस एक छोटी सी हाँ करदो
हमारे नाम इस तरह सारा जहां करदो,
वो मुहब्बत जो तुम्हारे दिलमें है
उनको जुबां पर लाओ और बयां करदो,
है पुरानी दास्तां हीर राँझा की
तारीख मुहब्बत की फिरसे जवां करदो,
अपने दिलमें इस तरह छुपा लो मुझको
रहूँ हमेशा इसमे इसे मेरा जहाँ करदो
पास रहकर भी उसे खुद से जुदा रहने दिया
जो था उसका फैसला वो फैसला रहने दिया,
ज़ीस्त का हर फैसला मैंने बदल डाला मगर
दिल के अंदर उसकी सूरत को रहने दिया,
जाने कितनी बार लोगों ने इसे तोड़ा मगर
आईने ने फिर भी खुद का आईना रहने दिया,
अब तो मेरे दिल में तेरी बस याद है बाकी
जाने वाले तूने मेरे पास अपना क्या रहने दिया,
इस अमल में ये हया पोशीदा एक उम्मीद थी
उसके सारे खत ज़ला डाले मगर पता रहने दिया
तू नही दिल मे मगर तेरा निशाँ बाकी हैं,
कुछ नही याद मोहब्ब्त में की धुआँ बाकी हैं,
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