Love Wallpaper
सोचती हूं वो सोच रहा होगा मुझे,
फिर सोचती हूं ये क्या सोच रही हूं मै
तुम सिर्फ मेरा नाम जानते हो,
उसके पीछे की कहानी नहीं।
शब्द भी हार जाते हैं,
कई बार जज्बातों से।
कितना भी लिखो,
कुछ ना कुछ बाकी रह जाता है
तुम उतर गये हो रुह में,
युं ही बेख्याल नहीं हुए हैं हम।
दिन भर जो देखता रहता है तुम्हें,
उस आईने से भी नफरत है मुझे।
मैं बारिश सी नरम,
और वो चाय सा गर्म।
आरज़ू नहीं कि किसी को भूलें हम,
ना तमन्ना है कि किसी को रूलाएँ हम,
बस जिसको जितना याद करते हैं हम, उन्हें उतना तो याद आएँ हम।
मुझसे मिलना हो तो खुद के किरदार मे आना,
ये चेहरे परख लेने की बुरी आदत है मुझे।
थोड़ा बहुत रह ही जाते हो,
हमने कितनी बार आंखों से बहाया है तुझको।
तुझसे बिछड़ कर हम मुकद्दर के हो जाएंगे,
फिर ज़ो दर मिलेगा, हम उस दर के हो जाएंगे।
ताबीज़ पहन रखा है तेरे एहसासों का,
हर असर बे असर है एक तेरे असर के सिवा।
में मुहब्बत के इरादे से नहीं आया हूँ,
में फकत शेर सुनाऊँगा चला जाऊँगा।
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