Emotional Shayari
जरूरी तो नहीं हमारे बीच कोई रिश्ता हो,
वो मेरा दोस्त है और मैं उसे अच्छी लगती हूँ।
तुम गुजर गए हम बिखर गए,
सब पूछ रहे हम किधर गए।
कुछ पाबंदी भी लाज़मी है, दिल्लगी के लिए,
किसी से इश्क़ अगर हो, तो बे-पनाह न है।
गम तो लिखा सो लिखा मेरी ज़िंदगी मे,
यू रात भर नींद ना आना किस ज़ुर्म की सज़ा है।
सुनो.......
अगर मैं तुमसे उन तमाम चीजों के नाम पूछूं जो तुम्हें पसंद हैं,
तो तुम्हें कितना वक़्त लगेगा मेरा नाम लेने में ?
फुर्सत निकाल कर आओ कभी मेरी महफ़िल में,
लौटते वक्त दिल नहीं पाओगे अपने सीने में।
उनसे बचना के इश्क़ में काफी माहिर है वो,
हुम नही कोई और सही,कोई और नही तो कोई भी सही।
मोहब्बत हो गई मुझे काले रंग से,
जब से देखा है तेरे होठो पास तिल को।
तेरे इंतज़ार में मेरा बिखरना इश्क़ है,
तेरी 'मुलाकात' पर मेरा निखरना इश्क़ है।
उलझे जो कभी मुझसे तो आप सुलझा लेना,
रिश्ते का एक सिरा आपके हाथ में भी तो है।
किसी को शिव से सब चाहिए,
किसी को सिर्फ शिव चाहिए।
सांसो में भी शामिल हो और मेरी रगो में भी रवाँ हो तुम,
लेकिन मेरे हाथों की लकीरो में ना जाने कहाँ हो तुम.?
हो सके तो निकाल फेंको हमें ज़हन से,
सुना है टूटी हुई चीज़ों को घर में नहीं।
दम तोड़ जाती है हर शिकायत लबों पे आकर !
जब मासूमियत से वो कहती है "मैंने क्या किया !!
सुना था सिर्फ हमने ग़ज़लों में जुदाई की बातें,
अब खुद पे बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हूं।
कुछ इस अदा से तोड़ा है ताल्लुक उस सक्श ने,
कि एक मुद्दत से ढुढ़ रहा हु कसुर अपना।
लोग मुझ मे मोहब्बत तलाश करते रहे !
मै तेरे बाद किसी का रहा ही नही।
उठती नही है आँख अब किसी ओर की तरफ,
पाबंद कर गई है किसी की महोब्बत मुझे।
वो खिड़की बन्द कर दो जो आपको दर्द देती है,
चाहे दृश्य कितना भी सुंदर क्यों न हो।
डूबते डूबते रह गए उनकी आंखों में
जब पता चला वो प्यार नहीं शोधा करते हैं।
कोई गैर तो नहीं प्यार तो आज भी है।
हम कोई बैरी तो नहीं।
उसको देखने के बहाने थे हाय,
वो ज़माने भी क्या ज़माने थे।
अपनी नजरो को रखिये एक चेहरे पे पाबन्द,
हर सूरत पे लुट जाना तो तौहीन ऐ वफा होती है।
आ मातम करले मेरे जाने का,
कि तेरे लिए मर गयी हू मै।
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