Heart Shayari
फरत ना करना पगली हमे बुरा लगेगा,
बस प्यार से कह देना अब तेरी जरुरत नही है।
हमने दिल वापस मांगा तो वो सर झुका कर बोली,
वो तो टूट गया खेलते खेलते।
गुज़रे है आज इश्क के उस मुकाम से,
नफरत सी हो गयी है मोहब्बत के नाम से।
वफ़ा भी नही करता वो बेवफ़ा होने से भी डरता हैं,
मुझे पाना भी नही चाहता और मुझे खोने से भी डरता।
मोहब्बत के गली में हम भी आशिक़ बदनाम हैं,
जिसके लिए बदनाम हुए होठों पे फिर भी उसीका नाम है।
उसने मोहब्बत बनायी होगी, नफरतें तुमने बना लीं,
उसने जरूरत बनायी होगी, हसरतें तुमने बना लीं।
कोई शिकवे नहीं होते कोई गीले भी नहीं होते,
काश हम कभी उनसे मिले ही नहीं होते।
खिले हैं गुल यहाँ, खिल के बिखरने को,
मिलते हैं दिल यहाँ, मिल के बिछड़ने को।
बोझ न रखिए दिल पर इतना। दिल तो भारी हो जाएगा,
मन की बात किसी से कहिए। दिल तब खाली हो जाएगा।
बदले बदले से तेवर है, बदला है अंदाज़,
आंखें कुछ हैं कह रही, खोल दो अब राज।
इक वीरान सड़क सी हैं ज़िन्दगी मेरी,
गुजरते बहुत हैं मगर ठहरता कोई नहीं।
महकती हो ऐसे अरे यार कली हो क्या,
बेफ़ज़ूल मुस्कुरा रही इश्क़ मै जली हो क्या।
Read Also;
0 Comments