Sad Shayari
ये मौसम की बारिश और मिट्टी की खुशबू,
मुझे तेरी यादों के और करीब लाती हैं।
मेरी सारी तवज्जो है उसकी तरफ,
मेरे पास किसी के लिए वक्त नही।
हमारी हर आहट का एहसास हो जाए,
काश कि उनको हमसे ऐसा इश्क़ हो जाए।
कोई और तुमको देख़े भी तो क्यों,
मेरी ही आँख़ो को जब तुम कम पड़ती हो।
तुम बदलकर तो देखो,
हम पलटकर भी न देख़ेगे।
मुझे मोहब्बत उन तमाम हर्फ़ से है,
जो तुम्हारे नाम में आते हैं।
नहीं आता तेरे इश्क़ को छुपाना मुझे,
तेरी खुशबू मेरी हर शायरी से आती है।
क्यूँ है इसका जवाब नही मेरे पास,
बस इतना पता है मोहब्बत है तुमसे।
हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का,
बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम।
तू रख गुरूर तेरे हुस्न का बेशक,
हम आँखें मूंद कर इश्क करते हैं।
होठों से लगाकर पी जाऊ तुम्हे,
सर से पाँव तक शराब जैसी हो तुम।
बेशुमार सा कुछ लिखना था,
मैंने तुझ पर "एतबार" लिख दिया।
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